By Nadeem Ahmad

तन्हाई एक एहसास है
तन्हाई सबसे ख़ास है
तन्हाई एक ख़ालीपन है
तन्हाई एक सूनापन है
तन्हाई एक साहिल है
तन्हाई उम्मीदों की क़ातिल है
तन्हाई एक समंदर है
तन्हाई सबके अंदर है
तन्हाई एक ख़ामोशी है
तन्हाई ख़ुद की आग़ोशी है
तन्हाई रवाँ रवाँ है
तन्हाई बेज़ुबाँ है
तन्हाई क्यूँ बार बार है
तन्हाई किसका इंतज़ार है
तन्हाई ख़ुद में सिमट जाना है
तन्हाई ग़म में लिपट जाना है
तन्हाई रिश्तों का रूठ जाना है
तन्हाई सिलसिलों का टूट जाना है
तन्हाई एक घुटन है
तन्हाई एक चुभन है
तन्हाई है नदीम अब रहगुज़र
तन्हाई है अब मेरी हमसफ़र
By Nadeem Ahmad
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