Noted NestAug 301 min readसोचUpdated: Sep 27By Arvind Kumarअदावत का शिलशिला जेहन का न बदलेगा ... जामा कैसा भी हो सच न बदलेगा... पहचान लाजवाब हो तो बेमिशालवर्ना बेमुरौवती जेहन हो शख्स का, तो लिबास बदलने से भी अहतराम न बदलेगा..By Arvind Kumar
By Arvind Kumarअदावत का शिलशिला जेहन का न बदलेगा ... जामा कैसा भी हो सच न बदलेगा... पहचान लाजवाब हो तो बेमिशालवर्ना बेमुरौवती जेहन हो शख्स का, तो लिबास बदलने से भी अहतराम न बदलेगा..By Arvind Kumar
प्रकृति की नाराजगीBy Virendra Kumar खफा ना होती प्रकृति इतनी आसानी से, ज़रूर इस्तेमाल किया है हमनें इसका बड़ी शैतानी से, प्रकृति के कॉस्ट पर जीडीपी बढ़ा...
AajadiBy Upasana Gupta आतंक हमारी सोच है , और हम ही आतंकवादी है, आजाद मुल्क में आज भी बस नाम की आजादी है... चारों ओर दिख रहे नफ़रत और रोष के...
ಮಲ್ಲಿಗೆ ಹೂವ್ವಿನೊಳಗೊಂದು ಮನೆBy Gowri Bhat ಕನಸಿನ ಕಡಲು ಸುತ್ತಲೂ ಮಿಡಿಯುತಿದೆ ಮನಸಿನ ಗಾಳಿಯು ಆದರದಲಿ ಬೀಸುತಿದೆ ಈ ಮಣ್ಣಿನ ಕಣಗಳ ಅಂತರದ ಋಣವ ಕತ್ತಲೆಯಲಿ ಫಳಫಳನೆ ಹೊಳೆವ ನಕ್ಷತ್ರವ ಅಂತ ಇಂತ...
Comments