By Pushpa Karn
बारंबार नमन , हेमाँशारदे
देकर आशीष ज्ञान का ,मेरा येजीवन तार दे।
हेमाँपद्मदल वासि नी, शभ्रु पट धारि णी
उर मेंशद्ुध वि चार, सस्ं कार और दि व्य व्यवहार दे।
बारंबार नमन हेमाँशारदे।
देकर आशीष ज्ञान का ,मेरा येजीवन तार दे।
हेमाँहंसवाहि नी, वीणा पस्ुतक धारि णी
शब्द प्रवाहि नी अक्षर ज्ञान सेलेखनी मेरी सवं ार दे।
बारंबार नमन हेमाँशारदे।
देकर आशीष ज्ञान का, मेरा येजीवन तार दे।
हेमाँवागीश्वरी, सरस्वती ,वीणावादि नी
स्वर सगं ीत के लय सेकंठ मेरा सवं ार दे।
बारंबार नमन हेमाँशारदे।
देकर आशीष ज्ञान का, मेरा येजीवन तार दे।
हेमाँमदृ लु हासि नी, हेमाँमदृ भु ाषि णी
मदृ ुवाक्-सधु ा दे, वाणी मेरी सवं ार दे।
बारंबार नमन हेमाँशारदे।
देकर आशीष ज्ञान का, मेरा येजीवन तार दे।
हेमाँवि द्यावाहि नी, सकल वेद परुाण प्रकाशि नी
हर घोर ति मि र अज्ञान का, दि प्त ज्ञान भर दे।
बारंबार नमन हेमाँशारदे।
देकर आशीष ज्ञान का, मेरा येजीवन तार दे।
हेमाँअज्ञानतमहारि णी, दि व्य ज्योति प्रकाशि नी
देवि द्या बद्ुधि का वरदान, स्वाभि मान सेसवं ार दे।
बारंबार नमन हेमाँशारदे।
देकर आशीष ज्ञान का, मेरा येजीवन तार दे।
हेमाँवीणापाणी, सकल ज्ञान दायि नी
आयी शरण ति हारी , भक्ति दे, भव सेतार दे।
बारंबार नमन, हेमाँशारदे
देकर आशीष ज्ञान का,मेरा येजीवन तार दे।
By Pushpa Karn
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