By Amarjeet Kumar
राम थें राम हैं राम होंगे ।
अब तो दुख में राम जायेंगे
अब तो मुख पे राम रखेंगे ।
अब तो हर काम से पहले राम-राम करेंगे ।
अब तो हर विराम से पहले राम-राम करेंगे ।
अब तो राम तुम्हें मुझमें उतरना होगा
सब पापियों का पाप राम तुम्हें धोना होंगा।
अब पुछे राम तुम्हे एक बात
ऐसी कौन-सा राज़ छूपाई तुमने
जो कि अब तक राम ना बना पाई किसी ने ।
राम तेरा त्रेता में आना व्यर्थ गया
अब तो तुम्हें कलियुग में आना होगा ।
त्रेता में थें रावण एक
जो रखते थें शिव के रेख
जो रटते थें शिव के लेख
जो थें ब्रह्मामण और अत्याचारी
अब तो राम तुम्हे उठना होगा
और तुम्हे रावण को पहचानना होगा ।
अब तो रावण भी रटते राम
और करते हैं सब नीच काम
अब तो राम तुम्हे एक ना
अनेक रावण मारने होंगे
फिर से राम तुम्हे उग्र होना पड़ेगा
कलियुग में सत्य प्रकाश लाना पड़ेगा ।
अबसे यह जीवन तेरा हैं राम
सोते भी राम, उठते भी राम, चलते भी राम
सपने भी राम, हकीकत भी राम, ख्वाब भी राम
राम ही कर्म, राम ही जीवन, राम ही फल मेरा ।
By Amarjeet Kumar
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