By Amarjeet Kumar
भारत माँ का पैगाम लाया हूँ ।
पर्वतो पर चड़कर,खदानों में उतरकर
सङक, सुरंग और रत्न, रेत लाया हूँ ।
भारत माँ का पैगाम लाया हूँ ।
चांद को चूम कर, मंगल को घूमकर
सौर्य, सम्मान और ज्ञान लाया हूँ ।
भारत माँ का पैगाम लाया हूँ ।
समुद्र में तैयार कर, मरू में दौड़ कर
रिकॉर्ड, मैडल और मुकाम लाया हूँ ।
भारत माँ का पैगाम लाया हूँ ।
दुश्मन को मार कर, दोस्त से संधि कर
विजय तिलक और अधिकार लाया हूँ ।
भारत माँ का पैगाम लाया हूँ ।
खेलक्रिड़ा में जीत कर, राजनीति में रणनीति कर
सोना चांदी और कांस्य समर्थन लाया हूँ ।
भारत माँ का पैगाम लाया हूँ ।
अंबर में उड़ कर, धरती को चीर कर
उद्योग धंधा व्यापार और अनाज लाया हूँ ।
भारत माँ का पैगाम लाया हूँ |
जंगलों में बस कर, बंजरो में उगा कर
घर, खाना और धरती का प्यार लाया हूँ ।
भारत माँ का पैगाम लाया हूँ ।
खुशी का उपहार लाया हूँ ।
By Amarjeet Kumar
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