By Vipul Goyal
कहानी थी ये नई जवानी के नए प्यार की
दोस्तों के बीच चढ़ते खुमार की
शुरुवात थी इसकी बड़ी आसान
थे हम दोनो बड़े नादान
समय के इस चक्र में हम ये खाता कर बैठे
दुनिया की माने तो हम भी प्यार के बैठे
जिस एहसास से अंजान था मैं
अचानक उस एहसास के पास था मैं
अंधेरी सर्द के बाद मानो वसंत आ गया
पता न चला कब प्यार का फूल मेरे आंगन में खिल गया
प्यार था हमारा नाव जैसा, रिश्ता हमारा दरिया था
नाव को साहिल तक लाने का दोस्ती ही एकमात्र जरिया था
कब दिल और दिमाग के बीच तकरार हो गई
नाव साहिल तक पोहोच न सकी, और प्यार में हमारी हार हो गई
वसंत जितना खुशनुमा था इसका पतझड़ उतना वीरान था
तुझपे क्या बीत रही थी मैं इस बात से अनजान था
नहीं पता था दोनो को, इस कहानी का ये अंजाम होगा
हमे दूर करने की वजह एक बीमारी होगी कैंसर जिसका नाम होगा
यूं तो तरी यादें जगती हैं हर रात मुझ में,
कैसे भूलाऊँ तुझे, बस रही है तू आज भी मुझमें
जज़्बात की ये ऐसी लहर चली आती हैं,
इस बेचैनी में तेरी याद चली आती है
दिल के गांव में तेरी छाँव बिखरी हैं,
ख्वाबों के साहिल पर तेरी ख़ुशबू बिखरी हैं।
उलझते बाल, बेचैनी में सोते हैं
तेरे एहसास को हम चांदनी में ढूंढते रहते हैं
दर्द भरी ये तसवीर बनकर रह गयीं मेरे दिल में,
जैसे कोई मोहब्बत की मिसाल रह गयीं मेरे दिल में।
तेरी आँखों में छुपा था सुख और दुख मेरा
आज उन्ही पुरानी बातों का नही कोई सवेरा।
दूर होने पर भी तेरा परछाया मेरे साथ रहता है
न जाने क्यों ये दिल फिर भी उदास रहता है
कहते है सभी मुझे उसकी यादें तू मिटा दे
जो दर्द वो देकर गई उस दर्द को हटा दे
वो दर्द कभी मिट नहीं सकता ये सबसे बड़ी परेशानी है
क्युकी मेरे पास ये दर्द ही तेरी आखरी निशानी है
By Vipul Goyal
Damnnn bhaii! Loved it❤️
🌷❤️
Buddy I think woh aaj bhi apke khyaalon mai ati hongi
Commendable job!!
This poem literally made me cry 😭