By Pooja Kumari

अंधकार की अपनी सुन्दरता है ,
या कहूं तो अपना रहस्य ।
हर वस्तु का विकास का पहल चरण अंधेरा ही था ,
जैसे बीज से पौधा या मां के में भ्रूण से शिशु ।
आप अंधेरे में खुद को संग्रहित करतो हो ,
ताकि आप उजाले में स्वयं को खर्च कर सको।
अंधेरे में एक ठहराव है वो चाहता है ,
तुम्हारा एक जगह निःस्तब्ध चुपचाप ,
खड़े होकर तुम्हें खुद को समेटना
जिसकी तुम्हें उजाला इजाज़त नहीं देता।
By Pooja Kumari
Beautiful
Nice poetry ☺️